(रजनीगंदा)

रजनीगंधा क्या है - What Is Tuberose Flower In Hindi

वार्षिक रूप से उगाया जाने वाला रजनीगंधा, सजावटी व खुशबूदार बल्बनुमा फूलों वाले पौधों में से एक है, जिसे निशिगंधा, सुगंधराज व ट्यूबरोज इत्यादि नामों से जाना जाता है तथा इसका वानस्पतिक नाम पोलियन्थेस ट्यूबरोसा (Polianthes tuberosa) है। रजनीगंधा का फूल मनमोहक भीनी-भीनी सुगन्ध लिए तथा अधिक समय तक ताजा रहने वाला फूलों में से एक है, जिसका पौधा आप इनडोर गमले में सजावट के लिए लगा सकते हैं।

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रजनीगंधा की अच्छी किस्म खरीदें – How To Choose Good Variety Of Tuberose In Hindi

ट्यूबरोज या रजनीगंधा फ्लावर की बनावट के आधार पर इसकी मुख्य 2 किस्में पाई जाती हैं, जिसकी दोनों ही किस्म में सफ़ेद रंग के खुशबूदार तथा सुन्दर फूल होते हैं। जिन्हें आप अपनी पसंदानुसार अपने घर में गमले या ग्रो बैग में उगा सकते  हैं, रजनीगंधा फ्लावर की किस्म निम्न हैं:

  • सिंगल मैक्सिकन ट्यूबरोज – रजनीगंधा फूल की सिंगल मैक्सिकन किस्म, डबल पर्ल ट्यूबरोज की तुलना में अधिक सुगन्धित होती हैं, जो बढ़ने में सबसे आसान और खिलने के लिए जल्दी तैयार हो जाती है।
  • डबल पर्ल ट्यूबरोज – रजनीगंधा की यह किस्म 2 परत वाले फूलों का निर्माण करती है, जिसमें फूलों के सिरे लाल और फूल पूरी तरह से दुगुने होते हैं।

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रजनीगंधा का पौधा कब लगाएं – When To Plant Tuberose In Hindi

चूँकि, रजनीगंधा के पौधे ठण्ड के प्रति अधिक संवेदनशील होते हैं इसीलिए ठंढ का खतरा बीत जाने के बाद और दिन का तापमान 18℃ से ऊपर रहने पर शुरुआती वसंत में ट्यूबरोज (Tuberose) बल्ब सबसे अच्छे तरीके से उगाए जाते हैं। रजनीगंधा का पौधा लगाने का बेस्ट समय (रजनीगंधा फ्लावर सीजन) मार्च-अप्रैल का महीना होता है।

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रजनीगंधा का पौधा कहाँ उगाएं – Where To Grow Tuberose Plant In Hindi

ट्यूबरोज फ्लावर के पौधे (रजनीगंधा) 20℃- 35℃ के बीच वाले तापमान तथा पूर्ण सूर्य प्रकाश में अच्छी तरह से ग्रो करते हैं, इससे कम या ज्यादा तापमान होने पर पौधों की वृद्धि रुक सकती है। इसीलिए अपने आस-पास का वातावरण रजनीगंधा के पौधों के अनुकूल होने पर ही, इन्हें अपने गार्डन या गमले की मिट्टी में लगाएं। इनडोर गमले की मिट्टी में रजनीगंधा उगाने के लिए इसे ऐसे स्थान पर रखें, जहाँ कम से कम पौधों को रोजाना 6-8 घंटे की धूप प्राप्त हो सके।

रजनीगंधा लगाने के लिए मिट्टी तैयार करें  Prepare Soil For Grow Tuberose In Hindi

रजनीगंधा लगाने के लिए मिट्टी तैयार करें - Prepare Soil For Grow Tuberose In Hindi

रजनीगंधा के पौधे अच्छी तरह से सूखी, जल निकास वाली तथा पोषक तत्वों से भरपूर मिट्टी में बेहतर विकास करते हैं, इसीलिए आप इसे गमले में लगाने के लिए पोटिंग मिक्स (potting soil) का उपयोग कर सकते हैं। अगर आप रजनीगंधा के पौधे को गार्डन की मिट्टी में लगाने का विचार बना रहे हैं, तो इसे लगाने से पहले मिट्टी को तैयार कर लें। मिट्टी तैयार करने की स्टेप निम्न हैं:

  • सबसे पहले 60 % गार्डन की मिट्टी लें।
  • अब इस गार्डन की मिट्टी में 40 % कोकोपीट, कम्पोस्ट खाद और रेत मिलाएं।

नोट – मिट्टी को उपयोगी बनाने के लिए आप इसमें पुरानी सड़ी हुई गोबर की खादवर्मीकम्पोस्टनीम केक (नीम खली), मस्टर्ड केक और रॉक फॉस्फेट इत्यादि जैविक खाद मिला सकते हैं।

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रजनीगंधा का पौधा गमले में कैसे लगाएं – How To Plant Tuberose In Pots In Hindi

अब आप सोच रहे होंगे कि, रजनीगंधा उगाने का सबसे आसान तरीका कौन-सा है, तो हम आपको बता दें कि रजनीगंधा को कंद (bulb) से उगाना बेहद आसान होता है। गार्डन या घर के अन्दर गमले में रजनीगंधा कंद (बल्ब) लगाने के लिए आप निम्न विधि अपना सकते हैं:

  • रजनीगंधा का पौधा लगाने के लिए कम से कम 8 इंच गहराई वाले गमले या ग्रो बैग आदर्श होते हैं, इसमें अतिरिक्त जल निकासी के लिए छिद्र होना सुनिश्चित करें।
  • चुने हुए गमले में तैयार की हुई मिट्टी भरें, मिट्टी भरते समय गमले को ऊपर से 1-2 इंच खाली छोड़ना चाहिए ताकि पानी देते समय मिट्टी बाहर न निकले।
  • रजनीगंधा के कंद (बल्ब) को मिट्टी में 3-4 इंच की गहराई पर लगाएं तथा लगाते समय ध्यान रखें कि कंद का नुकीला सिरा ऊपर की ओर हो।
  • ट्यूबरोज के कंद (bulb) लगाने के बाद इन्हें अच्छी तरह से मिट्टी से ढक दें।
  • आप प्रत्येक गमले में 2-3 पौधे एक साथ लगा सकते हैं, अगर आप गार्डन में रजनीगंधा उगा रहे हैं तो प्रत्येक पौधे को एक दूसरे से कम से कम 6 इंच की दूरी पर लगाएं।
  • रजनीगंधा के सभी कंद लग जाने के बाद उन्हें अच्छी तरह पानी दें, ताकि वे मिट्टी में स्थापित हो जाएं तथा मिट्टी में आवश्यकता अनुसार नमी बनाए रखें।

गमले या गार्डन में रजनीगंधा के फूलों को उगाना वास्तव में आसान है और पर्याप्त देखभाल और पोषण के साथ लगभग 2 – 4 महीनों में पूरी तरह से खिलने वाले सुगंधित फूल तैयार हो सकते हैं। आइये जानते हैं रजनीगंधा फ्लावर की देखभाल कैसे करें।

रजनीगंधा पौधे की देखभाल कैसे करें – Tuberose Plant Care Indoors in Pot In Hindi

उचित देखभाल के साथ रजनीगंधा के पौधे में फूल जल्दी खिलने की सम्भावना होती है, वहीं दूसरी ओर पौधों की पर्याप्त देखभाल न होने के कारण पौधों में फूल न आना या फूल न खिलना जैसी समस्याओं का सामना भी करना पड़ सकता है, आप रजनीगंधा फ्लावर प्लांट का रखरखाव निम्न तरीकों से कर सकते हैं:

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रजनीगंधा के पौधे को दें पानी – Give Water For Tuberose Plant In Hindi

गार्डन या गमले में लगे रजनीगंधा के पौधे पर्याप्त नमी में उगना पसंद करते हैं, लेकिन ध्यान रखें की मिट्टी में जलभराव न हो, क्योंकि अत्याधिक पानी से पौधों की जड़ें सड़ सकती हैं और पौधे नष्ट हो सकते हैं। तथा मिट्टी को सूखने भी न दें। रजनीगंधा के पौधों को आवश्यकता अनुसार पानी देना चाहिए, आप हफ्ते में 1 बार गहराई से पानी दे सकते हैं।

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रजनीगंधा पौधे के लिए जरूरी है धूप – Tuberose Plant Grow Need Sunlight In Hindi

ट्यूबरोज फ्लावर के पौधे पूर्ण सूर्य प्रकाश में उगना पसंद करते हैं लेकिन अत्याधिक गर्मी के समय तेज धूप पौधों को नुकसान पहुंचा सकती हैं, इसीलिए पौधे लगे हुए गमले को ऐसे स्थान पर रखें, जहाँ उसे कम से कम 6-8 घंटे की धूप मिल सके। तेज धूप से बचाने के लिए रजनीगंधा के पौधे को आंशिक छाया वाले स्थान पर रखें।

रजनीगंधा के पौधे को दें खाद – Give Fertilizer To Grow Tuberose Plant In Hindi

रजनीगंधा के पौधे को दें खाद - Give Fertilizer To Grow Tuberose Plant In Hindi

 

सुगंधराज (रजनीगंधा) के पौधों की ग्रोथ बढ़ाने के लिए पौधों को संतुलित उर्वरक 8-8-8 (NPK) की भरपूर मात्रा की आवश्यकता होती है तथा रजनीगंधा के पौधे में फूल खिलने व फूलों के उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए आप जैविक खाद का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके अलावा आपका रजनीगंधा का पौधा फूल नहीं रहा है तो इस समस्या से छुटकारा पाने के लिए भी आप पौधों में धीमी गति से निकलने वाले दानेदार उर्वरक 5-10-5 (NPK) के अनुपात में पौधे लगे मिट्टी में मिला सकते हैं, जो फूलों को प्रोत्साहित करने के लिए आवश्यक पोषक तत्व प्रदान करेंगे।

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रजनीगंधा के पौधे की करें छंटाई – Pruning Tuberose Plant In Hindi

प्रत्येक फूल वाले पौधे की छंटाई पौधे को बढ़ने और स्वस्थ खिलने के लिए प्रोत्साहित करती है, जिसमें पौधों की मृत शाखाओं, पीली पत्तियों तथा मुरझाए व ख़राब हुए फूलों को काटकर अलग किया जाता है। इसके अतिरिक्त पौधे को आकार देने के लिए भी प्रूनिंग की जाती है, जिससे आपके गमले में लगे हुए रजनीगंधा के पौधे छोटे आकार के व सुन्दर दिखाई देते हैं। अगर आपका रजनीगंधा का पौधा फूल नहीं रहा है तब भी प्रूनिंग आपकी मदद कर सकता है।

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रजनीगंधा पौधे का कीटों से बचाव – Protect Tuberose Plant From Pest In Hindi

आमतौर पर थ्रिप्स या एफिड्स जैसे कीड़े आपके रजनीगंधा के पौधे को नुकसान पहुंचा सकते हैं, इनसे अपने पौधों को बचाने के लिए आप जैविक कीटनाशक के रूप में नीम तेल (Neem oil) का उपयोग कर सकते हैं।

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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न – Most Frequently Asked Question in Hindi

प्रश्न 1. रजनीगंधा का फूल कब खिलता है?

उत्तर : गमले में रजनीगंधा के कंद (बल्ब) लगाने के बाद उचित देखभाल के साथ लगभग 90 से 120 दिनों के बाद पौधे में फूल खिलने लगते हैं।

प्रश्न 2. रजनीगंधा को बढ़ने में कितना समय लगता है?

उत्तर : कंद या बल्ब से रजनीगंधा का पौधा लगाने के बाद उचित रखरखाव होने पर पौधे को बढ़ने में लगभग 2 – 4 महीने का समय लगता है।

प्रश्न 4. क्या रजनीगंधा को गमलों में उगाया जा सकता है?

उत्तर : हाँ, रजनीगंधा को आप इनडोर प्लांट के रूप में गमले में लगा सकते हैं।

प्रश्न 5. रजनीगंधा का क्या उपयोग है?

उत्तर : रजनीगंधा के कई औषधीय गुण होते हैं तथा इसके फूलों का उपयोग माला और गुलदस्ते बनाने के लिए तथा इसकी लम्बी डंडियों को सजावट के रूप में भी प्रयोग किया जाता है। इसके अतिरिक्त इससे सुगंधित तेल और इत्र भी बनता है।

अब आप जान ही चुके होंगे कि रजनीगंधा फ्लावर का पौधा क्या है और इसे कैसे लगाया जाता है तथा रजनीगंधा के पौधे की देखभाल कैसे की जाती है, तो देर किस बात की आज ही अपने घर के अन्दर औषधीय गुणों से भरपूर बेमिसाल खुशबू वाला पौधा रजनीगंधा लगाइए तथा अपने घर और गार्डन को महकाइए। इस आर्टिकल से सम्बंधित आपके कोई सवाल या सुझाव हैं तो हमें कमेंट करके जरूर बताएं। गार्डनिंग से जु


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